Kashi Vishwanath in Varanasi: काशी विश्वनाथ टेम्पल उत्तर प्रदेश के वाराणशी जिले में स्थित यह मंदिर काफी भव्य बनाया गया है साथ ही यह हिन्दुओ के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है यह मंदिर भगवन शिव को समर्पित है और भगवन शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है राजा हरिश्चंद्र ने 11वी सदी में इस मंदिर का जीर्णोद्वार करवाया था इसके बाद इसके टूटने पर कई लोगो ने पुनार्निमाँण करवाया था|
मुग़ल बादशाह औरंगजेब ने इस मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद बनवाया था, कशिविश्वा नाथ मंदिर की रक्षा करने के लिए लगभग 40,000 नागाओं ने अपनी जान दे थी, मुस्लिमो का मानना था की यहाँ पहले से ही मस्जिद बना हुआ था
इस मंदिर को लेकर काफी विवाद हुए मामला कोर्ट तक पहुंचा उसके बाद, हिन्दुओ के पक्ष में 21 साल बाद फैसला सुनाया गया था
21 जुलाई 2023 को कोर्ट ने इस मंदिर पर फैसला सुनाया था प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 मार्च 2019 काशी विश्वनाथ कोरिडोर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था इस कोरिडोर के निर्माण में करीब 9 सौ करोर रुपये की लागत आयी थी कशी विश्वनाथ धाम करीब 5 लाख square feet में फैला हुआ है
Kashi Vishwanath in Varanasi बनारस में कुल 84 घाट हैं इनमे से कुछ बेहद खूबसूरत घाट बनाये गए हैं जैसे-
- दशास्वमेध घाट – यह वाराणसी के प्रमुख घाटो में से एक है यहाँ की गंगा आरती आपको जरू देखनी चाहिए, ऐसा माना जाता है की यहाँ आके भगवन शिव का ध्यान करना शुभ माना जाता है
- अस्सी घाट- यह वाराणसी के प्रशिद्ध घाटो में से एक है शिव रात्री के दौरान यहाँ हजारो की संख्या में लोग इकठ्ठा होते हैं सभी घटो में से सबसे ज्यादा लोग यहाँ आते हैं
- मणिकर्णिका घाट- यह वाराणसी के प्रशिद्ध घाटो में से एक है इस घाट को मोक्ष घाट के रूप में जाना जाता है यहाँ आपको 24 घंटे लाश जलते मिलेंगी
- पंचगंगा घाट- यह वाराणसी के प्रशिद्ध घाटो में से एक है, इस गंगा घात पर भी आरती की जाती है यहाँ हर साल लाखो भक्त स्नान करने के लिए आते हैं
- केशव घाट- यह वाराणसी के प्रशिद्ध घाटो में से एक है इस घाट पर अंतिम संस्कार किया जाता है, यहाँ लोग अपने प्रित-गोद का अंतिम संस्कार करने आते है