Key Gumpa: हिमांचल प्रदेश के लाहौल जीले में स्थित है गोम्पा का अर्थ है एकांत जगह इसको मठ भी बोलते है इसकी स्थापना 13वी में हुई थी यह स्पीती क्षेत्र का सबसे बड़ा मठ है यह मठ समुद्र तल से 13,50४ की ऊंचाई पर एक संक्वाकर चट्टान पर निर्मित है यह अपने प्राचीन भिन्न चित्रों दुर्लभ तन्गोका और प्राचीन हथिअरो के लिए जाना जाता है ध्यान मुद्रा में गौतम बुद्ध की तस्वीरे देखने लायक हैं Key Gumpa में 100 से अधिक आवासीय पक्ष में 300 लामा रहते है उपरी भाग में 5 मंदिर हैं
पहले को उदंग कहलाता है भगवान अब्लोकितेस्वेर बुद्ध की सुंदर प्रतिमा स्थापित है दुसरे कक्ष निसुंग में बुद्ध की प्रतिमाएं हैं तीसरे को छोम कहा जाता है भगवन बुद्ध की मूर्ति इसमे स्थापित है यहाँ लामाओ को सुबह दोपहर और शाम संचालन मुख्य लामा करते हैं जिनकी 3 साल की अवधि के लिए नियुक्ति होती है दुसरे तथा तिसरे स्थान पर भी नियुक्ति होती है
यहाँ सभी कक्षो में भगवन बुद्ध की प्रतिमा प्रतिस्थित है खुली आलमारियों में कंज्योर के 108 तन्ज्योर के 225 ग्रन्थ कपड़ो में लिपटी हुई हैं थंका चित्रों बहुत सुंदर और बहुमूल्य है यह की गुम्पा की अभूतपूर्व धरोहर है इसमे कई आक्रमण भी हुए जोकि भारत सरकार ने इसमे मरम्मत भी करवाया यह पहोड़ो की गोदी में की गोम्पा घुमक्कड़ो को अपनी और आकर्षित करता है
यह एक कार्यालाय है जिसमे एक विशाल पैमाने पर शिक्षक और चेलो दोनों ने शिक्षण, प्राथना, आशीर्वाद, भक्ति, मंत्र, योग और ध्यान की संयुक्त बलो द्वारा अपने बुद्ध प्रकिती को जगाने के लिए एक जबरदस्त प्रयाश करने के लिए एक कार्यशाला है यह सभी प्रतिभागियों द्वारा सभी अन्यायों की खातिर सच्ची और स्थाई शांति की खोज करने का प्रयास है
Note: हम आशा है ये आर्टिकल आपको जरूर पसंद आया होगा, अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करिए
Thank You!
Web developer – Anoop kumar
Writer – Omkar Hero