Pyramid of Giza: गिज़ा का महान पिरामिड मिश्र का सबसे बड़ा पिरामिड है गिज़ा का महँ पिरामिड करीब 2600 ईसा पूर्व में बना था इसका निर्माण करीब 27 सालो में पूरा हुआ था यह प्राचीन दुनिया के 7 अजूबो में सबसे पुराना है और एक मात्र ऐसा अजूबा है जो काफी हद तक अभी भी बरकरार है तथा इसे गणित का जन्मकुंडली भी कहा जाता है
इस पिरामिड की ऊंचाई 146 मीटर थी लेकिन अब इसका उपरी हिस्सा 10 मीटर गिर चूका है इसका आधार करीब 54 या 55 हज़ार वर्ग मीटर का है पिरामिड के वास्तुकार इम्होपेट the जो एक पुजारी और चिकित्षक थे, हाल ही में वैज्ञानिको ने इसमे एक गलियारा खोजा है
जो 9 मीटर लम्बा और 2 मीटर चौड़ा है यह फेरोंन खुफु के शाशन काल में बनाया था यह पिरामिड 3800 सालो तक दुनिया की सबसे ऊँची इमारत थी पिरामिड एक राजा के लियी उसके बाद के जीवन के लिए बनाये गए the उसकी सभी बेसकीमती चीज़े उसके साथ पिरामिड में रख दिया जाता था
महान मिश्रियो का मानना था की मरने के बाद आप फिर से जीवित हो जाते है और उनको हर एक वास्तु के साथ दफन किया जाय जिनकी उन्हें जरूरत पड़ सकती है इस पिरामिड को बनाने में करीब 2.3 मिलियन बड़े बड़े ब्लाको इस्तेमाल किया गया था इन ब्लोको को गिज़ा पठार से लाया गया था और कुछ ब्लोको को नील नदी से आयत किया गया था इस पिरामिड के निर्माड में तुरा के सफ़ेद चुना पत्थर और अश्वान के ग्रेनाइट ब्लाको का इस्तेमाल किया गया था
इस पिरामिड के अंदर तापमान का हमेशा स्थिर रहता है और पृथ्वी के औसत तापमान 20 डीग्री सल्सिउस के बराबर रहता है इसके अंडर ग्राउंड के दीवारों पर इक चित्र है जिसमे बल्ब जैसी आकार की चीज उठाते हुए कुछ लोग दिख रहे हैं मेशोपोतामिया के logo ने सबसे पहले पिरामिड जैसी संरचनाओ का निर्माड किया था जिन्हें जिगा गुराट कहा जाता है इससे जुड़े बहुत रहस्य हैं जिन्हें अभी तक कोई समझ नहीं पाया है – Pyramid of Giza
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